आखिर क्या है योगी के दुकानदारों के नाम लिखने वाले आदेश की सच्चाई, और क्यों है मुस्लिम समाज इस आदेश से सबसे ज्यादा चिंतित जानिये इसके बारे में

 

नमस्कार दोस्तों , स्वागत है आपका हमारे चैनल factdunia  पर तो जैसा दोस्तों कि  आपको पता है कि हाल ही में योगी सरकार द्वारा एक आदेश जारी किया गया है जिसके अनुसार अब प्रदेश के समस्त खाद्यान्न अर्थात्त खान -पान वाली दुकानों के लिए अपनी पहचान प्रदर्शित करना आवश्यक होगा। यह आदेश सभी ढाबे वाले, जूस वाले, फल वाले ,  रेड़ी -ठेले वाले ,चाय की टपरी वाले लसभी दुकानदारों पर लागू  होगा।

दोस्तों जब से ये आदेश लागू  हुआ है तब से और देश के एक तबके जिसे हम so – called  सेकुलर लोगों को एक अलग ही  बैचेनी हो गयी है और उन्हे विशेष रूप से चरमुने काटने लग गए है। दोस्तों इसकी वजह है कि ये जो  so – called   शांतिप्रिय समाज है वो अभी तक हमारे और आपके जैसे भोले भाले हिन्दुओं को अपनी दुकानों का नाम बदलकर पागल आ रहे है तो उनकी इस साजिश का योगी जी ने पर्दफाश कर दिया है। तो दोस्तों आइये हम इस बात को थोड़ा detail में समझते है और इस फैसले के द्वारा फैलने वाले सभी भ्र्म दूर कर देते है।

  • क्या इस फैसले को हिन्दू-मुस्लिम से कोई लेना देना है ? तो मै आपको बता दू की ये फैसला पुरे  उत्तर प्रदेश के समस्त दुकानदारों पर लागु होता है चाहे वह हिन्दू हो या मुस्लिम या  सिक्ख अथवा ईसाई।
  • क्या ये फैसला संविधान विरोधी है’ जी नहीं अगर अपनी पहचान बताना संविधान विरोधी हो ही नहीं सकता है, इस धर्म विशेष के लोगों को अपनी पहचान बताने में हमेशा ही दिक्क्त रही है चाहे वो CAA  के लिए हो या दूकान चलाने के लिए.
  • क्या संसथान/ दुकानों के नाम बदलना कोई गलत बात नहीं है? दोस्तों जब आप शिव ढाबा जैसे ढाबे के अंदर खाने जाते है तो आपके अंदर पूर्ण विश्वास होता है की ढाबा शुद्ध शाकाहारी और हिन्दू धर्म से सम्बन्धित ही होगा परन्तु जब आपको पता लगता है की ढाबा तो मियां जी का है तो आपके विश्वास को जो चोट लगती है बस उसी विश्वास को बचाने के लिए ये फैसला लिया गया है  । क्योकि सिर्फ एक धर्म विशेष के लोग ही इस फैसले के खिलाफ है ।
  • जिस धर्म के विशेष के लिए आप और हम काफिर है आज वहीं लोग हमारे द्वारा सामान न लेने और उनकी पहचान जानने लगे है तो बिलबिला गए है और उनके आका कुछ भड़वे पत्रकार उनकी पैरवी करने को जी तोड़ लगे हुए है।  परन्तु दोस्तों याद रखिये ये समय बदलाव का है और आपको एक सच्चा हिन्दू होने के नाते समस्त तथयों को  जानना ही चाहिए।  आज के लेख में हमने योगी जी के फैसले के सारे facts आपके सामने रखे है।
  • क्या इस फैसले को हिन्दू-मुस्लिम से कोई लेना देना है ? तो मै आपको बता दू की ये फैसला पुरे  उत्तर प्रदेश के समस्त दुकानदारों पर लागु होता है चाहे वह हिन्दू हो या मुस्लिम या  सिक्ख अथवा ईसाई।
  • क्या ये फैसला संविधान विरोधी है’ जी नहीं अगर अपनी पहचान बताना संविधान विरोधी हो ही नहीं सकता है, इस धर्म विशेष के लोगों को अपनी पहचान बताने में हमेशा ही दिक्क्त रही है चाहे वो CAA  के लिए हो या दूकान चलाने के लिए.
  • क्या संसथान/ दुकानों के नाम बदलना कोई गलत बात नहीं है? दोस्तों जब आप शिव ढाबा जैसे ढाबे के अंदर खाने जाते है तो आपके अंदर पूर्ण विश्वास होता है की ढाबा शुद्ध शाकाहारी और हिन्दू धर्म से सम्बन्धित ही होगा परन्तु जब आपको पता लगता है की ढाबा तो मियां जी का है तो आपके विश्वास को जो चोट लगती है बस उसी विश्वास को बचाने के लिए ये फैसला लिया गया है  । क्योकि सिर्फ एक धर्म विशेष के लोग ही इस फैसले के खिलाफ है ।
  • जिस धर्म के विशेष के लिए आप और हम काफिर है आज वहीं लोग हमारे द्वारा सामान न लेने और उनकी पहचान जानने लगे है तो बिलबिला गए है और उनके आका कुछ भड़वे पत्रकार उनकी पैरवी करने को जी तोड़ लगे हुए है।  परन्तु दोस्तों याद रखिये ये समय बदलाव का है और आपको एक सच्चा हिन्दू होने के नाते समस्त तथयों को  जानना ही चाहिए।  आज के लेख में हमने योगी जी के फैसले के सारे facts आपके सामने रखे है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *